CHANAKYA NEETI IN HINDI BOOK SUMMURY IN HINDI
1. एक पंडित भी घोर कष्ट में आ जाता है यदि वह किसीमुर्ख को उपदेश देता है, यदि वह एक दुष्ट पत्नी कापालन-पोषण करता है या किसी दुखी व्यक्ति के साथअतयंत घनिष्ठ सम्बन्ध बना लेता है.
2. दुष्ट पत्नी, झूठा मित्र, बदमाश नौकर और सर्प केसाथ निवास साक्षात् मृत्यु के समान है।
3. व्यक्ति को आने वाली मुसीबतो से निबटने के लिए धनसंचय करना चाहिए। उसे धन-सम्पदा त्यागकर भी पत्नीकी सुरक्षा करनी चाहिए। लेकिन यदि आत्मा की सुरक्षाकी बात आती है तो उसे धन और पत्नी दोनो कोतुक्ष्य समझना चाहिए।
4. उस देश मे निवास न करें जहाँ आपकी कोईईज्जत नहीं हो, जहा आप रोजगार नहीं कमासकते, जहा आपका कोई मित्र नहीं और जहा आपकोई ज्ञान आर्जित नहीं कर सकते।
5. अच्छा मित्र वही है जो हमे निम्नलिखित परिस्थितियोंमें नहीं त्यागे:
आवश्यकता पड़ने पर,
किसी दुर्घटना पड़ने पर,
जब अकाल पड़ा हो,
जब युद्ध चल रहा हो,
जब हमे राजा के दरबार मे जाना पड़े,
और जब हमे समशान घाट जाना पड़े।
आवश्यकता पड़ने पर,
किसी दुर्घटना पड़ने पर,
जब अकाल पड़ा हो,
जब युद्ध चल रहा हो,
जब हमे राजा के दरबार मे जाना पड़े,
और जब हमे समशान घाट जाना पड़े।
6. भोजन के योग्य पदार्थ और भोजन करने कीक्षमता, सुन्दर स्त्री और उसे भोगने के लिए कामशक्ति, पर्याप्त धनराशी तथा दान देने की भावना - ऐसे संयोगों का होना सामान्य तप का फल नहीं है।
7. उस व्यक्ति ने धरती पर ही स्वर्ग को पा लिया :
१. जिसका पुत्र आज्ञांकारी है,
२. जिसकी पत्नी उसकी इच्छा के अनुरूप व्यव्हारकरती है,
३. जिसे अपने धन पर संतोष है।
8. ऐसे लोगों से बचे जो आपके मुह पर तो मीठीबातें करते हैं, लेकिन आपके पीठ पीछे आपकोबर्बाद करने की योजना बनाते है, ऐसा करने वालेतो उस विष के घड़े के समान है जिसकी उपरी सतहदूध से भरी है।
9. एक बुरे मित्र पर तो कभी विश्वास ना करे। एक अच्छेमित्र पर भी विश्वास ना करें। क्यूंकि यदि ऐसे लोगआपसे रुष्ट होते है तो आप के सभी राज से पर्दा खोलदेंगे।
10. लाड-प्यार से बच्चों मे गलत आदते ढलती है, उन्हें कड़ी शिक्षा देने से वे अच्छी आदते सीखते है, इसलिए बच्चों को जरुरत पड़ने पर दण्डित करें, ज्यादा लाड ना करें।
11. प्रेम और मित्रता बराबर वालों में अच्छी लगती है, राजाके यहाँ नौकरी करने वाले को ही सम्मान मिलता है, व्यवसायों में वाणिज्य सबसे अच्छा है, अवं उत्तम गुणोंवाली स्त्री अपने घर में सुरक्षित रहती है।
12. एक दुर्जन और एक सर्प मे यह अंतर है की सापतभी डंख मरेगा जब उसकी जान को खतरा होलेकिन दुर्जन पग पग पर हानि पहुचने की कोशिशकरेगा .
13. रूप और यौवन से सम्पन्न तथा कुलीन परिवार में जन्मालेने पर भी विद्या हीन पुरुष पलाश के फूल के समान हैजो सुन्दर तो है लेकिन खुशबु रहित है.
14. कोयल की सुन्दरता उसके गायन मे है. एक स्त्रीकी सुन्दरता उसके अपने पिरवार के प्रति समर्पण मेहै. एक बदसूरत आदमी की सुन्दरता उसके ज्ञान मेहै तथा एक तपस्वी की सुन्दरता उसकी क्षमाशीलतामे है.
15. कुल की रक्षा के लिए एक सदस्य का बिलदान दें,गावकी रक्षा के लिए एक कुल का बिलदान दें, देश कीरक्षा के लिए एक गाव का बिलदान दें, आतमा की रक्षाके लिए देश का बिलदान दें.
16. जिस तरह सारा वन केवल एक ही पुष्प अवं सुगंधभरे वृक्ष से महक जाता है उसी तरह एक हीगुणवान पुत्र पुरे कुल का नाम बढाता है.
17. पांच साल तक पुत्र को लाड एवं प्यार से पालन करनाचाहिए, दस साल तक उसे छड़ी की मार से डराए. लेकिन जब वह 16 साल का हो जाए तो उससे मित्र केसमान वयवहार करे.
18. सैकड़ों गुणरहित पुत्रों से अच्छा एक गुणी पुत्र हैक्योंकि एक चन्द्रमा ही रात्रि के अन्धकार कोभगाता है, असंख्य तारे यह काम नहीं करते.
19. एक ऐसा बालक जो जन्मते वक़्त मृत था, एक मुर्खदीर्घायु बालक से बेहतर है. पहला बालक तो एक क्षणके लिए दुःख देता है, दूसरा बालक उसके माँ बाप कोजिंदगी भर दुःख की अग्नि में जलाता है.
20. वह गाय किस काम की जो ना तो दूध देती है ना तोबच्चे को जन्म देती है. उसी प्रकार उस बच्चे काजन्म किस काम का जो ना ही विद्वान हुआ ना हीभगवान् का भक्त हुआ.
21. यह बाते एक बार ही होनी चाहिए..१. राजा का बोलना.२. बिद्वान व्यक्ति का बोलना.३. लड़की का ब्याहना.
22. यदि आप पर मुसीबत आती नहीं है तो उससेसावधान रहे. लेकिन यदि मुसीबत आ जाती है तोकिसी भी तरह उससे छुटकारा पाए.
23. खाली बैठने से अभ्यास का नाश होता है. दुसरो कोदेखभाल करने के लिए देने से पैसा नष्ट होता है. गलतढंग से बुवाई करने वाला किसान अपने बीजो का नाशकरता है. यदि सेनापति नहीं है तो सेना का नाश होता है.
24. वासना के समान दुष्कर कोई रोग नहीं. मोह केसमान कोई शत्रु नहीं. क्रोध के समान अग्नि नहीं. स्वरुप ज्ञान के समान कोई बोध नहीं.
25. समुद्र में होने वाली वर्षा व्यर्थ है. जिसका पेट भरा हुआहै उसके लिए अन्न व्यर्थ है. पैसे वाले आदमी के लिएभेट वस्तु का कोई अर्थ नहीं. दिन के समय जलता दियाव्यर्थ है.
26. राजा को उसके नागरिको के पाप लगते है. राजाके यहाँ काम करने वाले पुजारी को राजा के पापलगते है. पति को पत्नी के पाप लगते है. गुरु कोउसके शिष्यों के पाप लगते है.
27. गधे से ये तीन बाते सीखे. १. अपना बोझा ढोना नाछोड़े. २. सर्दी गर्मी की चिंता ना करे. ३. सदा संतुष्ट रहे.
28. एक बुद्धिमान व्यक्ति को निम्नलिखित बातें किसीको नहीं बतानी चाहिए ..
१. की उसकी दौलत खो चुकी है.
२. उसे क्रोध आ गया है.
३. उसकी पत्नी ने जो गलत व्यवहार किया.
४. लोगो ने उसे जो गालिया दी.
५. वह किस प्रकार बेइज्जत हुआ है.
१. की उसकी दौलत खो चुकी है.
२. उसे क्रोध आ गया है.
३. उसकी पत्नी ने जो गलत व्यवहार किया.
४. लोगो ने उसे जो गालिया दी.
५. वह किस प्रकार बेइज्जत हुआ है.
29. व्यक्ति नीचे दी हुए ३ चीजो से संतुष्ट रहे...
१. खुदकी पत्नी २. वह भोजन जो विधाता ने प्रदानकिया. ३. उतना धन जितना इमानदारी से मिल गया.
१. खुदकी पत्नी २. वह भोजन जो विधाता ने प्रदानकिया. ३. उतना धन जितना इमानदारी से मिल गया.
30. लेकिन व्यक्ति को नीचे दी हुई ३ चीजो से संतुष्टनहीं होना चाहिए...
१. अभ्यास २. भगवान् का नाम स्मरण. ३. परोपकार
१. अभ्यास २. भगवान् का नाम स्मरण. ३. परोपकार
31. हाथी से हजार गज की दुरी रखे.
घोड़े से सौ की.
सिंग वाले जानवर से दस की.
लेकिन दुष्ट जहा हो उस जगह से ही निकल जाए.
घोड़े से सौ की.
सिंग वाले जानवर से दस की.
लेकिन दुष्ट जहा हो उस जगह से ही निकल जाए.
32. एक शक्तिशाली आदमी से उसकी बात मानकरसमझौता करे. एक दुष्ट का प्रतिकार करे. औरजिनकी शक्ति आपकी शक्ति के बराबर है उनसेसमझौता विनम्रता से या कठोरता से करे.
33. एक राजा की शक्ति उसकी शक्तिशाली भुजाओ में है. एक ब्राह्मण की शक्ति उसके स्वरुप ज्ञान में है. एक स्त्रीकी शक्ति उसकी सुन्दरता, तारुण्य और मीठे वचनों में है
34. यदि आप शेर की गुफा में जाते हो तो आप कोहाथी के माथे का मणि मिल सकता है. लेकिन यदिआप लोमड़ी जहा रहती है वहा जाते हो तो बछड़ेकी पूछ या गधे की हड्डी के अलावा कुछ नहींमिलेगा.
35. यदि ज्ञान को उपयोग में ना लाया जाए तो वह खोजाता है. आदमी यदि अज्ञानी है तो खो जाता है. सेनापति के बिना सेना खो जाती है. पति के बिना पत्नीखो जाती है.
36. वो कमीने लोग जो दूसरो की गुप्त खामियों कोउजागर करते हुए फिरते है, उसी तरह नष्ट हो जाते हैजिस तरह कोई साप चीटियों के टीलों में जा कर मरजाता है.
37. इन सातो को जगा दे यदि ये सो जाए...
१. विद्यार्थी २. सेवक ३. पथिक ४. भूखाआदमी ५. डरा हुआ आदमी ६. खजाने कारक्षक ७. खजांची
38. इन सातो को नींद से नहीं जगाना चाहिए...
१. साप २. राजा ३. बाघ ४. डंख करनेवाला कीड़ा ५. छोटा बच्चा ६. दुसरोका कुत्ता ७. मुर्ख
39. सुबह उठकर दिन भर जो दाव आप लगाने वाले हैउसके बारे में सोचे. दोपहर को अपनी माँ को याद करे. रात को चोरो को ना भूले.
40. आपको इन्द्र के समान वैभव प्राप्त होगा यदिआप..
अपने भगवान् के गले की माला अपने हाथो सेबनाये.
अपने भगवान् के लिए चन्दन अपने हाथो से घिसे.
अपने हाथो से पवित्र ग्रंथो को लिखे.
41. जिसे अपनी कोई अकल नहीं उसकी शास्त्र क्या भलाईकरेंगे. एक अँधा आदमी आयने का क्या करेगा.
42. अपने निकट संबंधियों का अपमान करने से जानजाती है.
दुसरो का अपमान करने से दौलत जाती है.
राजा का अपमान करने से सब कुछ जाता है.
एक ब्राह्मण का अपमान करने से कुल का नाश होजाता है.
43. जिसके पास में विद्या है वह शक्तिशाली है. निर्बुद्ध पुरुषके पास क्या शक्ति हो सकती है? एक छोटा खरगोश भीचतुराई से मदमस्त हाथी को तालाब में गिरा देता है.
44. जो घर गृहस्थी के काम में लगा रहता है वह कभीज्ञान प्राप्त नहीं कर सकता. मॉस खाने वाले केह्रदय में दया नहीं हो सकती. लोभी व्यक्ति कभीसत्य भाषण नहीं कर सकता. और एक शिकारी मेंकभी शुद्धता नहीं हो सकती.
45. एक विद्यार्थी पूर्ण रूप से निम्न लिखित बातो का त्यागकरे.
१. काम २. क्रोध ३. लोभ ४. स्वादिष्टभोजन की अपेक्षा. ५. शरीर का शृंगार ६. अत्याधिक जिज्ञासा ७. अधिक निद्रा ८.शरीर निर्वाह के लिए अत्याधिक प्रयास.
46. एक गुणवान व्यक्ति को वह सब कुछ दान में देनाचाहिए जो उसकी आवश्यकता से अधिक है. केवलदान के कारण ही कर्ण, बाली और राजाविक्रमादित्य आज तक चल रहे है. देखिये उन मधुमख्खियों को जो अपने पैर दुखे से धारती पर पटकरही है. वो अपने आप से कहती है " आखिर में सबचला ही गया. हमने हमारे शहद को जो बचा कररखा था, ना ही दान दिया और ना ही खुद खाया. अभी एक पल में ही कोई हमसे सब छीन कर चलागया."
47. वे लोग जो इस दुनिया में सुखी है. जो अपने संबंधियोंके प्रति उदार है. अनजाने लोगो के प्रति सह्रदय है. अच्छेलोगो के प्रति प्रेम भाव रखते है. नीच लोगो से धूर्ततापूर्ण व्यवहार करते है. विद्वानों से कुछ नहीं छुपाते. दुश्मनों के सामने साहस दिखाते है. बड़ो के प्रति विनम्रऔर पत्नी के प्रति सख्त है.
48. हमारे शारीर नश्वर है. धन में तो कोई स्थायी भावनहीं है. म्रत्यु हरदम हमारे निकट है. इसीलिए हमेंतुरंत पुण्य कर्म करने चाहिए.
49. जो दुसरे के पत्नी को अपनी माता मानता है, दुसरे कोधन को मिटटी का ढेला, दुसरे के सुख दुःख को अपनेसुख दुःख. उसी को सही दृष्टी प्राप्त है और वही विद्वानहै.
50. जिसे दौलत, अनाज और विद्या अर्जित करने मेंऔर भोजन करने में शर्म नहीं आती वह सुखी रहताहै.
51. इस धरती पर अन्न, जल और मीठे वचन ये असली रत्नहै. मूर्खो को लगता है पत्थर के टुकड़े रत्न है
52. जो व्यक्ति बुद्धिमान है वह निम्न लिखित बातेकिसी को ना बताये...
वह औषधि उसने कैसे बनायीं जो अच्छा काम कररही है.
वह परोपकार जो उसने किया.
उसके घर के झगडे.
उसकी उसके पत्नी के साथ होने वाली व्यक्तिगतबाते.
उसने जो ठीक से न पका हुआ खाना खाया.
जो गालिया उसने सुनी.
53. मुझे वह दौलत नहीं चाहिए जिसके लिए कठोर यातनासहनी पड़े, या सदाचार का त्याग करना पड़े या अपनेशत्रु की चापलूसी करनी पड़े.
61. सभी जीव मीठे वचनों से आनंदित होते है. इसीलिएहम सबसे मीठे वचन कहे. मीठे वचन की कोई कमी नहींहै.
62. इस दुनिया के वृक्ष को दो मीठे फल लगे है. मधुरवचन और सत्संग.
63. गरीबी, दुःख और एक बंधी का जीवन यह सब व्यक्तिके किए हुए पापो का ही फल है.
64. पानी पर तेल, एक कमीने आदमी को बताया हुआराज, एक लायक व्यक्ति को दिया हुआ दान औरएक बुद्धिमान व्यक्ति को पढाया हुआ शास्त्रों काज्ञान अपने स्वभाव के कारण तेजी से फैलते है
65. हमें अभिमान नहीं होना चाहिए जब हम ये बाते करतेहै..
१. परोपकार २. आत्म संयम ३. पराक्रम ४. शास्त्र का ज्ञान हासिल करना. ५. विनम्रता ६. नीतिमत्ता
यह करते वक़्त अभिमान करने की इसलिए जरुरत नहींक्यों की दुनिया बहुत कम दिखाई देने वाले दुर्लभ रत्नोंसे भरी पड़ी है.
66. यदि हम किसीसे कुछ पाना चाहते है तो उससे ऐसेशब्द बोले जिससे वह प्रसन्न हो जाए. उसी प्रकारजैसे एक शिकारी मधुर गीत गाता है जब वह हिरनपर बाण चलाना चाहता है.
67. जो व्यक्ति राजा से, अग्नि से, धर्म गुरु से और स्त्री सेबहुत परिचय बढ़ाता है वह विनाश को प्राप्त होता है. जोव्यक्ति इनसे पूर्ण रूप से अलिप्त रहता है, उसे अपनाभला करने का कोई अवसर नहीं मिलता. इसलिए इनसेसुरक्षित अंतर रखकर सम्बन्ध रखना चाहिए.
68. कुसंग का त्याग करे और संत जानो से मेलजोलबढाए. दिन और रात गुणों का संपादन करे. उसपरहमेशा चिंतन करे जो शाश्वत है और जो अनित्य हैउसे भूल जाए.
69. हाथी का शरीर कितना विशाल है लेकिन एक छोटे सेअंकुश से नियंत्रित हो जाता है.
एक दिया घने अन्धकार का नाश करता है, क्या अँधेरे सेदिया बड़ा है.
एक कड़कती हुई बिजली एक पहाड़ को तोड़ देती है, क्या बिजली पहाड़ जितनी विशाल है.
जी नहीं. बिलकुल नहीं. वही बड़ा है जिसकी शक्ति छाजाती है. इससे कोई फरक नहीं पड़ता की आकारकितना है.
70. जो घर गृहस्थी के काम में लगा रहता है वह कभीज्ञान प्राप्त नहीं कर सकता. मॉस खाने वाले केह्रदय में दया नहीं हो सकती. लोभी व्यक्ति कभीसत्य भाषण नहीं कर सकता. और एक शिकारी मेंकभी शुद्धता नहीं हो सकती.
71. आप चाहे सौ बार पवित्र जल में स्नान करे, आप अपनेमन का मैल नहीं धो सकते. उसी प्रकार जिस प्रकारमदिरा का पात्र पवित्र नहीं हो सकता चाहे आप उसेगरम करके सारी मदिरा की भाप बना दे.
72. जो व्यक्ति एक साल तक भोजन करते समयभगवान् का ध्यान करेगा और मुह से कुछ नहींबोलेगा उसे एक हजार करोड़ वर्ष तक स्वर्ग लोककी प्राप्ति होगी.
73. शेर से एक बात सीखे. बगुले से एक. मुर्गे से चार. कौवेसे पाच. कुत्ते से छह. और गधे से तीन.
74. शेर से यह बढ़िया बात सीखे की आप जो भीकरना चाहते हो एकदिली से और जबरदस्त प्रयाससे करे|
75. बुद्धिमान व्यक्ति अपने इन्द्रियों को बगुले की तरह वशमें करते हुए अपने लक्ष्य को जगह, समय और योग्यताका पूरा ध्यान रखते हुए पूर्ण करे.
76. मुर्गे से हे चार बाते सीखे...
१. सही समय पर उठे. २. नीडर बने और लढ़े. ३. संपत्ति का रिश्तेदारों से उचित बटवारा करे. ४. अपने कष्ट से अपना रोजगार प्राप्त करे.
१. सही समय पर उठे. २. नीडर बने और लढ़े. ३. संपत्ति का रिश्तेदारों से उचित बटवारा करे. ४. अपने कष्ट से अपना रोजगार प्राप्त करे.
77. कौवे से ये पाच बाते सीखे... १. अपनी पत्नी के साथएकांत में प्रणय करे. २. नीडरता ३. उपयोगी वस्तुओ कासंचय करे. ४. सभी ओर दृष्टी घुमाये. ५. दुसरो परआसानी से विश्वास ना करे.
78. कुत्ते से ये बाते सीखे १. बहुत भूख हो पर खाने कोकुछ ना मिले या कम मिले तो भी संतोष करे. २. गहरी नींद में हो तो भी क्षण में उठ जाए. ३. अपनेस्वामी के प्रति बेहिचक इमानदारी रखे ४. नीडरता.
79. गधे से ये तीन बाते सीखे. १. अपना बोझा ढोना नाछोड़े. २. सर्दी गर्मी की चिंता ना करे. ३. सदा संतुष्ट रहे.
80. जो व्यक्ति इन बीस गुणों पर अमल करेगा वह जोभी करेगा सफल होगा |
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