Mircal morning by Hal Elrod book summary by gigl in Hindi
MIRCLE MORNING BOOK SUMMARY
जब जिंदगी आपको बेहद मुश्किल हालातो से गुज़रती लगे और कोई भी उम्मीद नज़र ना आये तो एक बात याद रखे. आप से भी बुरे दौर से गुज़रने वाले बाकी और भी है जो बद से बदतर हालातो में जी रहे है. मगर इसका मतलब ये बिलकुल नहीं है कि आप निराश होकर जिंदगी से हार मान ले. उठे और कमर कस कर इन मुश्किलों का सामना करने को तैयार हो जाए. हैलएलरोड इस बात का जीता जागता उदाहरण है. उन्होंने साबित कर दिखाया कि इंसान अगर चाहे तो बुरे से बुरे वक्त में भी अपनी लगन और मेहनत से उम्मीद का एक चिराग जला सकता है. उन्होंने अपनी निजी जिंदगी में ना जाने कितनी ही मुश्किलों का सामना किया है. वे अभी छोटे लड़के ही थे जब एक दिन उनकी छोटी बहन को गोद में लिए हुए माँ बुरी तरह चिल्लाते हुए रो रही थी.उन्हें मालूम था कि उनकी बहन जो एक खतरनाक बिमारी के साथ पैदा हुई थी, ज्यादा दिन जीवित नहीं रह पाएगी | बावजूद इस सच के ये बात बेहद दुखद थी. उस हादसे के बाद उन्होंने और उनके माता पिता ने आगे बढ़कर उस अस्प्ताल के मरीज़ो की मदत करना शुरूकिया जहा हैल की बेहेन का इलाज हुआ था| इस सारी घटना के दौरान उन्होंने सीखा कि दुखभरी परिस्थितया हमेशा स्थायी नहीं रहती और ये हमें काफी कुछ सिखाती भी है.
इसके बाद उनके साथ एक और दुर्घटना घटी. उनकाएक बहुत ही बुरा कार एक्सीडेंट हुआ | हैल अपनी गर्लफ्रेंड के साथ अपनी नयी गाडी मस्टैंग में 70 किलोमीटरकी रफ़्तार से जा रहे थे| दूसरी तरफ से एक शराबी 80 किलोमीटर की रफ़्तार से ट्रक चला रहा था और हैल कीगाडी से आ टकराया | धमाका इतनी ज़ोर से हुआ कीहैल की गाड़ी उलट कर दूसरी सड़क पर जा गिरी जहापर ट्रैफिक और भी ज़ादा था | एक और गाड़ी हैल कीगाड़ी से टकराई | इस एक्सीडेंट में हैल के इलावा किसीको ज़ादा चोटे नहीं आयी न उनकी गर्ल फ्रेंड को न ट्रकड्राइवर को | लेकिन हैल-- गाडी की सीट और स्टीयरिंगके बीच में बुरी तरह दब गए थे | जैसे ही उन्हें बहारनिकाला गया ,उनकी साँसे रुक चुकी थी | लेकिन 6 मिनट के बाद उनकी साँसे दोबारा चलने लगी और उन्हेंहॉस्पिटल ले जाया गया | उनकी 11 हड़िया टूट चुकी थीऔर अगले 6 दिनों में उनकी सात Surgeries हुई | डॉक्टर्स ने उन्हें बोला की अब वो कभी भी व्हील चेयरसे नहीं उठ पाएंगे | लेकिन हैल ने डॉक्टर्स की सलाह केबावजूद न ही सिर्फ चलना शुरू किया बल्कि 84 kilometer ka ultra martathon भी भागा | वोअपनी सारी इम्प्रुवमेंट्स का क्रेडिट अपने मॉर्निंग रूटीनको देते है | इसीलिए उन्होंने 2012 में "द मिरेकल मॉर्निंग " बुक लिखी | जिसे 27 भाषाओ में ट्रांसलेट किया जा चूका है | और 70 देशो में 5 लाख से ज़ादा लोग इस मॉर्निंग रूटीन को फॉलो करते है |
वक्त आ गया है अपने अन्दर छुपी अपार संभावनाओं को पहचाने का.
इस किताब से जो तीन अति आवश्यक बाते उभर कर सामने आती है वो है |
l आप वो सब कुछ कर सकते है जो दुनिया के तमामबाकि लोग कर सकते है | और आपको इस बातपर पुरे दिल से यकीन करना पड़ेगा ताकि आपअपने गोल्स तक पहुंच सके और अपने आस पासके लोगो को भी प्रभावित कर सके |
l खुद को इम्प्रूव करने के लिए हमें अपने लिए हर रोज़अलग से टाइम निकलना पड़ेगा | और सिर्फ तभीआप वहा पहुंच पाएंगे जहा आप पहुंचना चाहते है|
l आप पुरे दिन में कितने प्रोडक्टिव तरीके से काम करपाएंगे ये डिपेंड करता है की आप अपनी सुबहकिस तरीके से गुज़ारते है | जिसका मतलब सरलशब्दों में ये है की आपके गोल्स आपके दिन केकामो पर डिपेंड करते है, और आपका सारा दिनआपकी सुबह पर | अगर आप अपनी सुबह कोअच्छा बना लेते है तभी आप अपने गोल्स कोअचीव कर सकते है|
अगर आपको सुबह जल्दी उठना अच्छा नहींलगता तो “मिरेकल मॉर्निंग” आपको वो सारे तरीकेबताएगी जिस से आप जल्दी उठ सकते है औरअपनी सुबह को एन्जॉय कर सकते है | हम सभीजानते है की सुबह जल्दी उठना हेल्थ और माइंडके लिए बहुत अच्छा है | अगर आप इस बुक मेंदिए गए मॉर्निंग रूटीन को फॉलो करते है तो आपअपना पूरा दिन अचे तरीके से प्लान कर सकते है |
95% REALITY CHECK REALITY CHECK
ये कांसेप्ट कहता है की 95 % लोग उन छोटी चीज़ो के साथ जीना सीख लेते है जो उन्होंने अपनी ज़िन्दगी में पायी है | दुःख की बात ये है की ये लोग वो सब चीज़े पा सकते है जो ये अपनी ज़िन्दगी से चाहते है | मगर अब सवाल ये आता है की हम ऐसा क्या करे की हम भी उन 95% लोगो में शामिल न हो | इस के लिए आप 3 स्टेप्स उठा सकते है |
पहला स्टेप:- सबसे पहले तो 95 % वास्तविकता की जानकारी रखे
पहला स्टेप कहता है की अगर हम पूरी क्षमता के साथजीने के लिए कड़ी मेहनत नहीं करते तो हम भी उन95% लोगो में शामिल होंगे जिन्होंने बिना प्रयत्न के हीहथियार डाल दिए है | एक बेहतर जीवन जीने के लिएमेहनत करने के बजाए हार मानकर बैठ जाना कहींज्यादा आसान होगा. मगर वो जिंदगी पछतावे और दुखोसे भरी होगी. वो दुःख होगा हार का और अपनीनाकामयाबी का | हमें खुद को इम्प्रूव तो करना हीचाहिए और साथ में दुसरो को भी उनके गोल्स अचीवकरने में मदत करनी चाहिए | इस से हम समाज में एकउदाहरण दे सकते है की जो लोग पूरी मेहनत से अपनेगोल्स की तरफ काम करते है वो कभी विफल नहीं होते|
दूसरा कदम: उन कारणों को जाने जो आपको साधारण बनाती है
खुद को मामूली समझने की मानसिकता ही आपके औरआपकी सफलता के बीच की सबसे बड़ी दीवार है. हमयहाँ कुछ ऐसी ही वजहे आपको गिना रहे है जो आपकोऐसा सोचने पर मजबूर करती है. जैसे कि -
1. हमेशा अपने पास्ट की बुरी चीज़ो को ही याद करतेरहना
2. अपने लिए बहुत छोटे गोल्स रखना और कम में हीखुश हो जाना
3. अपनी ज़िम्मेदारियों से भागना
4. बड़ी सोच से नफरत करना
5. हर गलती को मज़ाक में ले लेना
तीसरा कदम: वक्त के साथ चलिए
अगर आप चाहते है कि आपको औरो से कुछ अलगकरना है तो आज ही करिए. कल किसने देखा है ? आपका कल कभी भी नहीं आएगा | जीवन में बड़ेबदलाव हमारे हार्ड वर्क से ही आते है| इसलिए आपकोजो भी करना है आज ही उसे कीजिये क्योंकि यहीसफलता की कुंजी है.
जानिये, आप सुबह क्यों उठे है ?
क्या आप उन में से है जो अलार्म घडी के बार-बारबजने पर भी नहीं उठ पाते और तब ही उठते है जबउठना आपकी मजबूरी हो.... तो यकीन मानिए आपखुद अपनी सफलता की राह में खड़े है. अगर आपअपना दिन ही शुरू नहीं करना चाहते तो आप अपनेसपनो को कैसे पाएंगे ? तब तो बस सोते हुए अपनेसपनो में ही जीते रहिये और बाकी लोगो को अपनेसपने पुरे करते हुए देखिये क्यूंकि बाकी लोग जो कामकर रहे है वो तो अपने गोल्स पा ही लेंगे |
सुबह की शुरुवात में हम जो मह्सूस करते है उसी सोचके साथ हमारा सारा दिन व्यतीत होता है. सुबह जल्दीउठने वाले बहुत से लोगो ने इस बात की पुष्टि की है. यदिनीद से उठने के बाद हमें लगता है कि आज का दिन बुरागुजरेगा तो अक्सर दिन बुरा ही गुज़रता है. इसकेविपरीत अगर हमें सुबह जल्दी उठने से एक तरोताज़ाएहसास होता है तो हमारा दिन भी ऐसा ही गुज़रता है. येहमारे नीद की अवधि पर निर्भर नहीं करता बल्कि हमारीनीद की ज़रुरत पर करता है.
ये मैटर नहीं करता की आपने कितने घंटे की नींद ली| अगर आप मानते है की जितनी भी नींद आपने ली वोकाफी है तो आप सुबह को एन्जॉय कर सकते है | आप कितनी नीद सो पाए इससे ज्यादा ज़रूरी है ये जानलेना कि आपकी नीद पूरी हुई और अब आप एकशानदार सुबह का आनंद लेने के लिए तैयार है. जबआपको इसकी आदत पद जाएगी तो ये आपको ज़रा भीमुश्किल नहीं लगेगा| मगर हाँ, ये तभी हो पायेगा जबआप पक्का मन बना ले कि चाहे कुछ भी हो जाएआपको हर सुबह जल्दी उठना है. और फिर एकअनोखा बदलाव धीरे-धीरे आपके जीवन में आनेलगेगा.
हर सुबह जल्दी जागने के लिए 5 SNOOZE-PROOF STRATEGY
पहली स्ट्रेटेजी: रात में सोने से पहले ही अपने अगलेदिन की प्लानिंग कर ले.
सुबह जल्दी उठने का एक बेहतर तरीका ये है कि आपसोने से पहले ही डिसाइड कर ले की आप सुबह क्याकरेंगे | जब आप इस निर्णय के साथ सोयेंगे तो ज़ाहिरहै अगली सुबह भी ये बात आपको याद रहेगी. इसलिएआपको चाहिए कि अपनी चार ऐसी चीज़ो को चुन लेजिन्हें आप सुबह उठकर पूरा करना चाहते है.
दूसरी स्ट्रेटेजी अपनी अलार्म घडी को अपने बेड से दूररख दे
अलार्म घडी को पहुँच से दूर रखेंगे तो उस तक पहुँचनेके लिए आपका शरीर थोड़ी मेहनत करेगा और इसप्रोसेस में ही आपकी नीद भाग जायेगी.
तीसरी स्ट्रेटेजी: उठते ही सबसे पहले अपने दांतों को ब्रशकीजिये
सुबह उठते ही दांत ब्रश करने में थोडा आलस तो आसकता है मगर इसके बड़े फायदे है. इससे
आप तुरंत एक्टिव महसूस करेंगे. इसलिए सुबह उठते हीसबसे पहले अपने दांत ब्रश कीजिये.
चौथी स्ट्रेटेजी: अपने दिन की शुरुवात पानी से कीजिये
पानी हमारे जीवन की आवश्यकता है. ना सिर्फ सुबहबल्कि दिन के किसी भी वक्त पानी का सेवन शरीर कोएक नयी स्फूर्ति देता है. रात भर की नीद के बाद हमारेशरीर में पानी की कमी हो जाती है इसलिए सुबह उठतेही पानी का सेवन बहुत फायदेमंद है. ये आपके आलसको दूर करके ताजगी का एहसास कराता है.
पांचवी स्ट्रेटेजी: शावर ले या कपडे पहन कर तैयार होजाये
यहाँ आपके सामने दो ऑप्शन्स है.
.1.पहले नहा कर तैयार हो जाए फिर उसके बाद जोआपने रात को सोने से पहले डिसाइड किया था उन कामो को कीजिये. एक बढ़िया शावर आपको तरोताज़ाकर देगा फिर आपके दिन की शुरवात भी बढ़िया होगी.
2. अपने एक्सरसाइज के कपडे पहन कर तैयार हो जाएताकि आपका वक्त बचे और आप अपनी “मिराकलमोर्निंग” रूटीन शुरू कर सके और एक्सरसाइज के बादआप नहाने जा सकते है
THE LIFE S.A.V.E.R.S. यानी 6 ऐसी आदते जिनकी मदद से आप अपनी सारी क्षमताओं का भरपूर उपयोग कर पायंगे.
(इन 6 आदतों को आप SAVERS शब्द से याद रखसकते है
S का अर्थ है SILENCE यानी शान्ति
लाइफ सेवर्स (Life S.A.V.E.R.S's) का पहला शब्द SILENCE है, जो हमारी दिनचर्या की सबसे अहम् चीज़है. हम सब जानते है कि आजकल जिंदगी कितनीभागदौड भरी और तनावपूर्ण हो गयी है इसलिए हमेंज़रुरत है कि अपनी प्राथमिकताए चुने और एक शांतजीवन जीने की कोशिश करे. शान्ति हमें अपने भीतरझाँकने का मौका देती है. आप जितना शांत रहेंगे, तनावको उतना ही दूर करेंगे. शांत चित्त रहने से आप खुद केप्रति अधिक जागरूक हो जाते है जिससे आप किसी भीलक्ष्य को पा सकते है. किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिएज़रूरी है, विचारो का स्पष्ट होना और सेल्फ अवेयरनेस . एक शांत मन से ही आप सेल्फ अवेयर हो सकते है औरअपने थॉट्स को ओर्गनइजे कर सकते है . खुद को शांतरखने का चाहे जो तरीका आप चुने, ये आपकी लक्ष्यप्राप्ति के लिए हमेशा काम आएगा. आप ध्यान करसकते है या फिर प्राथना का सहारा ले सकते है या फिरगहरी लम्बी साँस लेने का अभ्यास कर सकते है.
A का अर्थ है अफरमेशन
अफरमेशन यानी खुद को मैसेज देना |मुहम्मद अलीहमेशा अपने आप से कहते थे की "मैं महान हु" औरइसका नतीजा हमेशा वही रहा जो उन्होंने अपने बारे मेंयकीन से कहा था. खुद पर विश्वास एक चमत्कार कीतरह काम करता है. ये आपको वो बनाता है जो आपबनना चाहते है. अगर आपको विश्वास है कि आप महानहो तो आप महान बनोगे.
अगर एक इंसान चाहे तो वो अपनी सोच और व्यवहार मेंबदलाव ला सकता है. ये हम मनुष्यों के लिए किसीवरदान से कम नहीं है क्योंकि इच्छाशक्ति के बल पर हीहम अपनी कमजोरियों पर काबू पा सकते है | हर इंसानमें कुछ न कुछ कमी ज़रूर होती है. हमारी कमज़ोरियाही हमारे सपनो और हमारे बीच दीवार बनकर खड़ी होजाती है. मगर ज़रुरत इस बात की है कि हम इन कमियोंको जितना हो सके उतना दूर करे |
अपने भीतर झांककर ही हम खुद से सवाल जवाब करसकते है. जो हमारी कमियाँ है उन्हें दूर करके अपनीअच्छाइयों को उभार सकते है. ये आदत हमें एकबेहतरीन इंसान बनने में मदद करेगी.
अपने आप से क्या अफरमेशन करनी है, इसके लिएआपको पता होना चाहिए की:-
आपकी इच्छाए, आपका लक्ष्य क्या है
वो कारण जो आपका लक्ष्य तय करते है
वे लोग जिनकी आप चिंता करते है
ऐसे शब्दों का चुनाव जो आपको मोटीवेटकरते हो
वी का अर्थ है विजुलाइजेशन V is for Visualization
विजुएलाइजेशन का मतलब है की आप अपने ब्रेन में वोमेन्टल इमेजेज बनाते है जो आप अपनी लाइफ में पानाचाहते है | ये एक तरीके से ब्रेन एक्सरसाइज है जहाँकोई व्यक्ति अपने सपनो को कल्पना के ज़रिये पूरा होतेहुए देखता है. बार बार इसकी कल्पना उसे अपने सपनोकी याद दिलाती रहती है. जिससे वो और भी बेहतरतरीके से अपनी कोशिशो में जुट जाता है. अक्सरखिलाड़ी इस प्रक्रिया को अपने प्रदर्शन में बेहतरपरिणाम के लिए इस्तेमाल करते है. अपनी जीत कीकल्पना करते रहना आपके सपनो को पूरा करने मेंआपकी मदद करती है.
मगर हम में से बहुत लोग बीती हुई दुखद घटनाओं कोही अपने मन में दोहराते रहते है जिससे हमें सिवाय दर्दऔर तकलीफ के और कुछ नहीं मिलता. जो हो चूका हैउसे तो हम बदल नहीं सकते मगर उसे याद करके हमअपनी जीत को ज़रूर खो देते है. तो बेहतर होगा किहम कुछ अछि चीज़ो की कल्पना करे जो हमें प्रेरणा देसके.
ऐसे कुछ स्टेप्स है जिन्हें अपनाकर आप अच्छे तरीके सेविज़ुअलाइज़ कर सकते है . जैसे कि -. -
पहला :- शांत रहने की कोशिश कीजिये और गहरी औरलम्बी साँसे लेते रहे..
दूसरा:- अच्छे रिजल्ट्स की कल्पना कीजिये. सोचियेकि जो आपने चाहा है, वो प्राप्त होगा. खुद को यकीनदिलाने वाले शब्दों को मन में दोहराते रहे.
और तीसरा:- जैसा आप बनना चाहते है उसकीकल्पना करे. खुद को अपने ख्यालो में एक खुशहालव्यक्ति दिखाए जो अपने सभी ज़रूरी काम ठीक से कररहा है.
ई का अर्थ है एक्सरसाइज़
सुबह-सुबह का व्यायाम हमारे शरीर और दिमाग कोबहुत फायदा पहुंचता है | इसे एक हैबिट बना लीजिये येआपकी सुबह को एनर्जी से भर देगा |जब आप स्वस्थरहेंगे तो बेहतर विचार खुद ही आपके दिमाग में आनेलगेंगे | ये आपको फोकस करने में बहुत मदत करेगी | एक्सरसाइज से हमारे भीतर कई पॉजिटिव बदलावआते है आपका मन और दिमाग शांत होने लगता है, आपकी ENERGY सही डायरेक्शन में फ्लो होती है | यही कारण है कि किसी भी टाइप की एक्सरसाइज केबाद आपका मूड अच्छा होने लगता है | इसीलिए अपनेजीवन में एक बेहतर बदलाव लाने के लिए हर सुबहकोई न कोई एक्सरसाइज ज़रूर करे |.
R का मतलब है रीडिंग
क्या आप जानते है किताबे पढना आपकी जिंदगी कोपुरे तरीके से बदल सकता है ? ये एक अकेली ऐसीआदत है जिसे जीवन में अपनाने से किसी की भी जीतपक्का है. और इसीलिए हमने आपके लिए गिगल ऐपभी बनाई है |
जितना अधिक आप पढ़ते है आपको उतने ही नएआइडियाज आते है जिनको आप अपनी ज़िन्दगी मेंइस्तेमाल करके सक्सेसफुल बन सकते है |
जब भी आप कोई नयी किताब पड़ते है आप उन लोगोसे सीखते है जिन के पास बहुत एक्सपेरिएंसेस है --नएआइडियाज है |, ये लोग वहा पहुँच चुके है जहा आपपहुंचना चाहते है इसलिए किताबो में दिए गए इनकेआइडियाज से हमेशा सीखते रहिये | अगर आप रोज़पढ़ते है तो आप उन गलतियों को दोहराने से बच जाते हैजो इन लोगो ने की थी| और इसी वजह से आपको जीतबहुत जल्दी मिल जाती है | पढना यदि आपको उबाऊलगता है तो घबराईये नहीं, थोडा ही सही पर कुछ नाकुछ रोज़ पढिये. और फिर धीरे-धीरे ये आपकी आदत मेंशामिल हो जाएगा.
S का मतलब है Scribing यानि लिखना
स्क्राइबिन्ग से आप अपने अंदर चल रहे उन सब इमोशंसको शब्दों के रूप में व्यक्त कर सकते है जो आपके अंदरचल रहे है | हर रोज़ थोडा थोडा लिखने की आदतडालिए इससे आपको मन में दबी भावनाओ को व्यक्तकरने का मौका मिलेगा. आप खुद को और भी बेहतरतरीके से समझने लगेंगे. जो कुछ अच्छा-बुरा आपमहसूस करते है, उसे लिख डालिए.
“मिराकल मोर्निंग” के रूटीन में अपने आइडियाज कोलिखना भी शामिल है जिससे आपका दृष्टिकोण स्पष्ट होसके | ऐसा करने से आप ये भी समझ जायेंगे की आपअपने गोल्स के पास है या दूर |
सबसे पहले तो जो आप पाना चाहते है, उसे सम्बंधितसभी बातो को detail से लिखकर रखिये. हर रोज़ उसबारे में लिखने से आप अपने लक्ष्य को कभी नहीं भूलेंगे. याद रखिये कि मुश्किल काम भी आसान है अगर आपमान ले कि वो आसान है. शुरुवात में आपको इसकाअभ्यास करना पड़ेगा फिर ये धीरे-धीरे आपके लिएसरल होता चला जाएगा.
इन 6 हैबिट्स को आप S.A.V.E.R.S., शब्द से यादरख सकते है
6 मिनट दे कर "मिरेकल मॉर्निंग" रूटीन को फॉलो करे
आजकल की जिंदगी बहुत व्यस्त हो गयी है. आप येसोच सकते है कि आपके पास इन सब चीजों को करनेके लिए वक्त ही कहाँ है ? इसलिए तो “6 मिनटमिराकल मोर्निग” को खास आपके लिए तैयार कियागया है. अगर आपको जिंदगी की भाग-दौड़ से ज़रा सीभी फुर्सत नही मिलती, अपने जीवन में बदलाव लाने केलिए भी वक्त निकालना आपके लिए मुमकिन नहीं है तोचिंता मत कीजिये क्योंकि आपको इन सारे तरीको कोअपनाने में सिर्फ 6 मिनट लगेंगे.
अपनी जिंदगी से सिर्फ 6 मिनट का समय निकाल करआप वो सफल इंसान बन सकते है जिसकी आपकल्पना करते है. इस अल्प समय का बुद्धिमानी सेइस्तेमाल करके आप जान पायेंगे कि ये छोटी सी समयअवधि भी कितनी प्रभावशाली और काम की चीज़ है. अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए आपको ये ज़रूरअपनाना चाहिए. हो सकता है कि अभी आपको येथोडा नामुमकिन लगे, पर एक बार इसकी आदत पड़जाने के बाद आप खुद ही बदलाव महसूस करने लगेंगे
पहला मिनट :-
एक बेहद शांत मन के साथ जागने की कल्पना करे. सुबह हडबडाहट में उठकर अपने दिन की शुरुवातकरना किसी भी सूरत में एक ख़ुशी का एहसास नहींदेता | इसलिए सबसे पहले तो सुबह जल्दी उठने केफायदों के बारे में सोचे. जब आप नीद से उठे, शांत रहे, कोई जल्दबाजी ना करे |
दूसरा मिनट –
मन ही मन खुद को वो शब्द बोले जो जो आपकोमोटीवेट करते है | इससे आपमें एनर्जी आएगी औरआपको अपने गोल्स याद आएंगे | इससे आपको जाननेमें मदद मिलेगी कि आपके लिए सबसे ज़रूरी क्या हैऔर आप अपने decisions को अचे तरीके से लेपाएंगे|
तीसरा मिनट –
हर वक्त अपनी जीत की कल्पना कीजिये, जो आपजीवन से चाहते है उसे पा लेने की कल्पना कीजिये. अपने मन-मस्तिष्क को इसी लक्ष्य की प्राप्ति में लगादीजिये और ये महसूस कीजिये की आप अपने गोल्सको पा चुके है |
चौथा मिनट–
आप क्या महसूस करते है, उपरवाले के प्रति आपकितने आभारी है. इन सब बातो को एक कागज मेंलिख डालिए. उन लक्ष्यों के बारे में लिखिए जो आपजीवन में पाना चाहते है. जो कुछ भी आपने अब तकहासिल किया वो सब लिखिए. लिखने की आदतआपको सफलता के लिए और भी प्रेरित करती रहेगी.
पांचवा मिनट –
अभी इसी वक्त से पढने की आदत डाले. कुछ ऐसा पढ़ेजो आपको मोटीवेट करे , उम्मीद जगाये. कुछ ना कुछनया सीखिए पर सीखिए ज़रूर. ये नए आइडियाज होसकते है , स्ट्रेटेजीस हो सकती है, किसी की लाइफस्टोरी हो सकती है | हर रोज़ किसी किताब के कम सेकम दो पन्ने पढ़िए ये आपके ज्ञान का दायरा बढ़ा देगा.
छठा मिनट –
ये आखिरी मिनट अपने शरीर के लिए इस्तेमाल कीजिये. अपने तन मन को चुस्त रखने के लिए कोई ना कोईएक्सरसाइज कीजिये. एक्सरसाइज हमारा फोकसबढाने में मदत करती है. इससे हमारा इम्यून सिस्टम भीअच्छा होता है |. दौड़ना, चलना या पुश अप्स आप कुछभी चुन सकते है. कोई भी लक्ष्य पूरा करने के लिएआपके अन्दर भरपूर ऊर्जा होनी चाहिए जो हमेंएक्सरसाइज से ही मिलती है.
“मिराकल मोर्निंग” को लाइफस्टाइल के अनुसार तय करेऔर बड़ी से बड़ी सफलता हासिल करे.
अब जब आपको पूरा सार समझ आ गया है तो यहाँ येकहना आपको उल्टा लग सकता है लेकिन आपको येबता दे कि आप “मिराकल मोर्निंग” की प्रैक्टिस सिर्फसुबह ही नहीं बल्कि दिन के किसी भी समय कर सकतेहै. हालांकि हम इसके लिए सुबह का समय सबसे ज्यादाअनुकूल मानते है मगर जो लोग सुबह अभ्यास नहीं करसकते वे इसे दिन के किसी भी समय सकते है.
हमारे शरीर को खाना पचाने के लिए बहुत एनर्जी कीज़रुरत पड़ती है इसीलिए ढेर सारा खाना एक साथ खानेके बाद शरीर सुस्त पड़ जाता है . “मिराकल मोर्निंग” कीप्रैक्टिस फ्रेश बॉडी और माइंड के साथ ही किया जानाचाहिए. इसके अनुसार सुबह मिरेकल मॉर्निंग कीप्रैक्टिस के बाद ही हमें खाना खाना चाहिए|
अब अगर आप सोच रहे है कि आप ऐसा क्या खाए जोआपके शरीर को आसानी से डाइजेस्ट हो जाए औरबॉडी एकदम लाइट रहे तो आपको खाने में ऐसी चीज़ेलेनी चाहिए जो आपको फ्रेशनेस दे, जैसे की फ्रूट्स औरवेजटेबल्स |
अगर आप चाहे तो स्मूदी (Smoothie) ले सकते है जोशरीर को सभी ज़रूरी नुट्रिएंट्स देता है. इसमें हर तरहके मिनरल. प्रोटीन और विटामीन्स मिलते है. “मिराकलमोर्निंग” की शुरवात करने के लिए स्मूदी एक बेस्ट डाइटहै अगर आप इसे बनाने का तरीका सीखना चाहते है तोआप miraclemorning.com में देख सकते है
इस बात का ध्यान रखे कि आप जो कुछ भी कर रहे है, जो भी आपके लक्ष्य है वे “मिराकल मोर्निंग” के साथजुड़े हो. इस तरह आप तस्सली कर सकते है कि आपअपने लक्ष्य पर ख़ास ध्यान दे रहे है. ये प्रोसेस आपकेलॉन्ग-टर्म गोल्स के साथ-साथ छोटी छोटी सफलताओंको पाने के लिए भी बहुत इफेक्टिव रहेगी . आप इसकीमदद से- बेहतर से बेहतर रिजल्ट्स पा सकते है. लाइफS.A.V.E.R.S. की ये प्रक्रिया आपको अपने काम मेंऔर भी फोकस्ड बना देगी.
समय के साथ साथ आप और क्रिएटिव चीज़े कर सकतेहै |इससे “मीराकल मोर्निंग” की प्रैक्टिस आपके लिएऔर भी मजेदार हो जाएगी. सुबह जो आपएक्सरसाइज करते है उनमे बदलाव करके देखिये, visualize करने के कुछ नए तरीके आजमाईये. खुदको लिमिट मत कीजिये | हर दिन कुछ नयापन लाईये. एक जैसा रोज़ मत कीजिये और ना ही इसे एक निश्चितसमय के लिए रखिये. जितना अधिक आप प्रैक्टिसकरेंगे उतना अच्छा परिणाम आपको मिलेगा.
जो आपकी आदते है वही तय करती है कि आपकोकितनी सफलता मिलेगी. यदि आप किसी सफलइन्सान को जानते है तो आपको उनकी आदतों कोदेखकर अंदाजा हो जाएगा कि उन्हें सफलता कैसेमिली. जो आप बनना चाहते है मगर है नहीं, तो इसकासीधा मतलब है कि अभी आपने अपनी आदते बदलनेके लिए पूरी कोशिश नहीं की है|
जब आप मिरेकल मॉर्निंग की आदत बनाएंगे तो आपइन स्टेजेस से गुज़रेंगे
1-10 दिन :असहनीय
अपने अंदर एक अच्छी आदत डालना शुरू में बहुतमुश्किल भरा होगा क्योंकि बुरी आदते इतनी आसानी सेपीछा नहीं छोडती. शुरुवात में ये बहुत आसान कामलगता है मगर धीरे-धीरे बहुत दर्दनाक हो सकता है. औरसबसे मुश्किल बात तो ये है कि शुरुवाती दर्द सेघबराकर कई लोग अपने कदम पीछे खीच लेते है औरअपना लक्ष्य पूरा नहीं कर पाते. लेकिन आप इसशुरुवाती दर्द से घबराईये नहीं क्योंकि ये Temporary है. 10 दिन पूरे होते ही आप इस दर्द को भूल जायेंगेऔर जो हासिल होगा वो होगी सिर्फ आपकी कामयाबी.
11–20 दिन : uncomfortable
आपके लिए ये second phase पहले के 10 दिनोंसे कुछ आसान होगा. अब तक आपको इसकी कुछ-कुछ आदत पड़ चुकी होगी. और आपके अन्दर येकॉन्फिडेंस भी आ जायेगा कि आप इसे पूरा कर सकतेहै. ये कुछ दिन आपकी जिंदगी के सबसे मुश्किल होसकते है मगर अपने मज़बूत इरादों के बल पर आप इसेपूरा कर सकते है.
21–30 दिन : Unstoppable
इस last phase में आप ये सोच कर संतुष्ट नहीं होसकते कि आपका काम अब पूरा हुआ. अभी आपकोअंत तक डटे रहना है. कुछ जानकारों का मानना है कि21 दिनों का ये प्रोसेस अच्छी आदतों को अपनाने केलिए sufficient है. और एक तरह से वे सही भी है. बेशक इसमें 21 दिनों का समय लग सकता है मगर इसेलम्बे समय तक बनाए रखने के लिए आपको आखिरी10 दिन चाहिए. वार्ना ये उतना इफेक्टिव नहीं होगा औरइसका रिजल्ट ज्यादा देर तक नहीं रह पायेगा. अगरआप इन 10 दिनों में नयी आदते नहीं बना पाए तोआपकी सारी मेहनत बेकार चली जायेगी.
अपनी लाइफ को इम्प्रूव करने के लिए 30 दिन की“मिराकल मोर्निंग “ चुनौती
यदि आप “मिराकल मोर्निंग” का चैलेंज एक्सेप्ट करतेहै तो आप मनचाही सफलता हासिल कर सकते है. येआपकी जिंदगी में एक बहुत बड़ा बदलाव ला सकता है. ये आपको पहले से ज्यादा disciplined इंसान बनादेगा. अगर आपको ये चैलेंज लेने से डर लगता है तोघबराईये नहीं. ये अच्छी बात है कि आपके मन में इसकोलेकर थोडा डर है. इससे ज़ाहिर होता है कि आप मन हीमन इसके लिए तैयार हो रहे है. इसे अपनाकर जिंदगी मेंबदलाव लाने के लिए आप तैयार है. अगर सुबह जल्दीउठना आपके लिए दुनिया का सबसे मुश्किल काम है तोभी घबराईये नहीं क्योंकि आप ही अकेले ऐसे नहीं है, आपकी तरह बहुत से और भी है जिन्हें ये काम मुश्किललगता है.
30 days चैलेंज का पहला कदम: आपको अपनी किटलेनी है पहला काम जो आपको करना है वो ये है किwww.miraclemorning.com पर जाईये औरअपनी मिराकल मोर्निंग की फास्ट स्टार्ट किट मुफ्त मेंहासिल कीजिये. इसमें सभी ज़रूरी टूल दिए गए है जैसेकि ट्रेकिंग सिस्टम,एक्सरसाइज़ वगैरह.
30 days चैलेंज का दूसरा कदम: कल की शुरुवात केलिए आज ही प्लान करे
अपने अगले दिन की मिराकल मोर्निंग की रूटीन प्लानकर ले. हर चीज़ पहले से ही तय रखे जैसे समय, जगहआदि. इसके बेहतरीन परिणाम पाने के लिए इसे कभीभी अपने बेडरूम में ना करे क्योंकि आपका बेडरूमसिर्फ सोने के लिए है.
30 days चैलेंज का तीसरा कदम:
किट के साथ दिए गए इंस्ट्रक्शंस को ध्यान से पढे औरउसी अनुसार उनकी प्रैक्टिस करे. प्रैक्टिस करने से पहलेअपने माइंड और बॉडी को इसके लिए तैयार कर ले. एक शांत दिमाग के साथ ही आप इसे बेहतर ढंग से करपायंगे. अगर आप इसे सुबह के वक्त करने जा रहे है तोरात को सोने से पहले ही इसकी तैयारी कर ले.
30 days चैलेंज का चौथा कदम:- अपनी प्रैक्टिस कारिकॉर्ड रखिये, इसके लिए आप किसी की मदद लेसकते है
अगर आपकी प्रैक्टिस को कोई और ट्रैक कर रहे है, तोइस 30 days चैलेंज को पूरा करने के आपके ज़ादाचान्सेस है| अगर हो सके तो आप अपने फ्रेंड के साथमिलकर इसकी प्रैक्टिस कर सकते है . क्योंकि इस तरहआप दोनों अपनी अपनी कमियां एक दुसरे के सुझावोंकी मदद से दूर कर सकते है.
तो क्या आप तैयार है सफलता की उंचाईयों को छूने केलिए ?
हम जो कुछ भी करते है उसे बेहतर से बेहतरीन बनासकते है. चाहे आप कितने ही परफेक्ट इंसान क्यों नहो, आपके अन्दर बेहतर करने की गुंजाइश हमेशा रहतीहै. आप और भी नया बहुत कुछ सीख सकते है, करसकते है. एक महीने के अंदर ही आप खुद में एकपॉजिटिव चेंज ला सकते है. फिर चाहे आज आपकेहालात जैसे भी हो. क्योंकि जो बीत गया वो मायने नहींरखता, मायने रखता है तो आनेवाला कल और इसे आपबदल सकते है अपने वर्तमान की ताकत से.
दोस्तों रिव्यु सेक्शन में ज़रूर लिख के बताइयेगा कीआपको ये समरी कैसी लगी और अगले हफ्ते आपकौनसी समरी सुन न चाहेंगे | अगर आपको हमारीमेहनत पसंद आयी तो आप हमें अपना प्यार दिखासकते है गूगल प्ले में रिव्यु देकर | गिगल को सुनते रहिये|
जय हिन्द
DOSTO YE BOOK HAL ELROD NE LEKHI HAI AUR ISE PUBLISH KIYA HAI “Hal Elrod” NE .YE SAARA CREDIT UNHI KO JAATA HAI. AUR HUMARA YE SUMMARY BANANE KA MAKSAD SIRF ITNA HI HAI KI HUM READER/LISTENER KO MOTIVATE KAR SAKE YE BOOK KHAREEDNE KE LIYE.
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